हम भी कभी इंसान थे...
एक दिन निकला सैर को मेरे दिल में कुछ अरमान थे,
एक तरफ थी झाड़ियाँ... एक तरफ श्मशान थे,
पैर तले इक हड्डी आई उसके भी यही बयान थे,
चलने वाले संभल कर चलना हम भी कभी इंसान थे।
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पत्थरों से दुआ...
जब मोहब्बत को लोग खुदा मानते हैं.
फिर क्यूँ प्यार करने वालों को बुरा मानते हैं,
माना कि ये ज़माना पत्थर दिल है,
फिर क्यूँ लोग पत्थरों से दुआ माँगते हैं?
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